पुखराज रत्न की विशेषताएं – Pukhraj Ratna
Ki Visheshtaye
पुखराज रत्न की विशेषताएं – (Pukhraj ratna ki visheshta kya hai) रत्न शास्त्र के माध्यम से जानने के पश्चात लोगों में पुखराज रत्न पहनने का काफी कौतूहल बना हुआ रहता हैl यह एक विश्व प्रसिद्ध लोकप्रिय रत्न है, जिसे पाश्चात्य ज्योतिष विज्ञान से लेकर के भारतीय ज्योतिष विज्ञान तक में इसकी महत्ताओं का वर्णन किया गया है lप्राचीन काल से लेकर के वर्तमान के मनुष्य में भी इसके लाभों का भरपूर उपयोग किया जा रहा है, इसके अनगिनत फायदे होते हैं, बशर्ते कि वह रत्न पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से निर्मित रत्न हो।
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पुखराज रत्न (pukhraj ratna ki visheshta kaisa hai) ब्रह्मांड के सबसे ग्रह गुरु ग्रह बृहस्पति का रत्न होता हैl इसका वर्ण देखने में बिल्कुल पीला होता हैl इन्हें देवताओं का गुरु का के संबोधित किया जाता है, पुखराज रत्न के और भी रंग होते हैं, नीला, पीला, गुलाबी, सफेद आदि, पीला रंग का पुखराज रत्न गुरु बृहस्पति के लिए समर्पित होता है।
पुखराज रत्न की विशेषताएं इतनी अधिक है, जितना आप सोच भी नहीं सकते हैं, कुछ विशेषताएं निम्न प्रकार से हैं-
1. पुखराज रत्न (pukhraj ratna ki visheshta kya hai) मे असीम भौतिक ऊर्जा का समावेशन होता है, जिसे यह रत्न धारण करने से हमें प्राप्त होता हैl
2. पुखराज रत्न को धारण करने से हमारे सौभाग्य में वृद्धि होती हैl हमारे भाग्य के ताले खुल जाते हैं, तथा बहुत दिनों से चली आ रही कोई भी परेशानी या समस्या जिसका निवारण हम चाह कर भी नहीं कर पा रहे थे, उन सभी चीजों में हम नियंत्रण स्थापित करने में सक्षम हो पाते हैंl
3. पुखराज रत्न (pukhraj ratna ki visheshtayen in hindi) को धारण करने से दिमाग के विभिन्न प्रकार के सोच से हमें मुक्ति मिलता है, तथा विभिन्न प्रकार की चिंताओं में खोकर कर हम अपना जीवन नीरस बना रहे थे, इन सभी चीजों से हमें मुक्ति मिलता है, तथा विविध समस्याओं का निवारण भी होता है, जिससे हमारा मन प्रसन्न रहें लगता है, यह रत्न हमारे मन को शांति प्रदान करता हैl
4. पुखराज रत्न को धारण करने से विभिन्न प्रकार के रोग आदि का भी समाधान होता है, जैसे उदर रोग, गेस , पीत आदि में पुखराज रत्न बहुत फायदेमंद होता है।
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5. पुखराज रत्न (pukhraj stone ki visheshtayen bataiye) धारण करने से विभिन्न प्रकार की कलात्मक गुणों का भंडार हमारे अंदर विद्यमान होता है, जो समय के साथ और अधिक निखर कर हमारे लिए या हमारा एक रूपांतरण कर एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण करता हैl विभिन्न प्रकार के कलात्मक कौशल जैसे -गाना ,बजाना ,नाटक, रंगमंच लेखक ,उपन्यासकार, संगीतकार जैसे चीजों में भी यह विशेष रूचि पैदा करता है, तथा उसमें हमें निपुण भी बनाता है।
6. बहुत से लोगों में ऐसा भी होता है, कि उनकी कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति ऐसी होती है, कि वह अल्प गति से उन्हें परिणाम देते हैं, जिसकी वजह से वह इंसान कभी-कभी बहुत से मुश्किलों में फंसा हुआ रहता है, ऐसे में यदि पुखराज रत्न (pukhraj stone benefits in hindi) धारण किया जाता है, तो उसे त्वरित गति से लाभ विभिन्न पहलुओं पर देखने को मिलते हैं, तथा पुखराज रत्न की स्थिति भी मजबूत होती है, जिसकी वजह से उसकी परेशानियों का निवारण शीघ्र होने लगता है।
7. प्राचीन काल से ही हमारे यहां यह परंपरा रही है, कि पूजा के अस्थल में पुखराज रत्न (Pukhraj Ratna Ki Visheshtaye) को प्रतिष्ठित कर रखा जाता है lइससे माना जाता है, कि ईश्वरीय कृपा हमें प्राप्त होती है, तथा हर समय ईश्वर की कृपा दृष्टि हम पर बनी रहती है, और वह हम पर कभी भी कोई भी संकट आने नहीं देते हैं, चाहे परिस्थिति जो भी हो वह हर एक परिस्थिति में हमारे साथ रहते हैं, ऐसा करने के पीछे उनकी एक सोच रही थी कि इससे हमारा गुरु ग्रह काफी मजबूत होता है, प्रतिदिन इस की पूजा अर्चना करने से हमारा गुरु ग्रह हमें अनुकूल प्रभाव देता है।
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8. बहुत से लोगों के द्वारा प्राचीन काल से ही धन रखने की जगह या तिजोरी में इसे प्रतिष्ठित कर के रखा जाता है, ऐसा माना जाता है, कि गुरु ग्रह की मजबूत स्थिति इससे बनती है, तथा उनकी कृपा हमेशा उन पर बरसती रहती है, तथा कभी भी उन्हें धन संबंधित परेशानी देखने को नहीं मिलती हैl ना उनके जीवन में यह परेशानी कभी भी आती है, तथा आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है, और साथ-साथ आय के नवीनतम स्रोत भी दिन-प्रतिदिन बनते चले जाते हैं lउनके जीवन में रुपयों पैसे से संबंधित कभी भी कोई भी परेशानी नहीं आती है।
9. शिक्षा संबंधित क्षेत्र के लोगों के लिए पुखराज रत्न बहुत कारगर होता है lउनके ज्ञान का प्रसार बढ़ाता हैl पुखराज रत्न (pukhraj stone ki jankari) धारण करने से उनका ज्ञान का दायरा बढ़ता है lउनमें विविध चीजों की जानकारी विस्तृत स्तर तक मौजूद रहती हैl उनके ज्ञान को देखकर हर कोई दंग रह जाता है lउनका मस्तिष्क के तेज के समक्ष सभी लोग नतमस्तक होते हैं, बड़े से बड़ा प्रतिभाशाली व्यक्ति ,धनवान व्यक्ति भी इनके ज्ञान के समक्ष नमन करता हैl उनका आदर करता है lउनका मान सम्मान करता है, ऐसे व्यक्तियों का समाज में एक अपनी प्रतिष्ठित पद होता है lयह लोग काफी प्रसिद्ध होते हैंl उनका ज्ञान उन्हें वह सब चीजें दिलवा देता है, जिनकी कभी कल्पना उन्होंने वास्तविक जीवन में भी ना की हो, उनके सारे इच्छाओं की पूर्ति उनके ज्ञान के माध्यम से होता है।
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10. गुरु ग्रह को देवताओं का गुरु ग्रह कह कर संबोधित किया जाता है, तथा गुरु बृहस्पति पूरे ब्रह्मांड के सबसे सर्वश्रेष्ठ सबसे बड़े ग्रह की उपाधि इन्हें हासिल है,इनकी महत्ता आप इसी बात से लगा सकते हैं, कि देवताओं हो या गण मनुष्य हो या दानव सभी इन्हें सम्मान की दृष्टि से देखते हैंl इनके प्रति श्रद्धा भाव रखते हैं, ऐसे गुरु ग्रह की सारी शक्तियां इस पुखराज रत्न (pukhraj ratna ki jankari batay) में समाहित होती है, जिसे धारण करने से हमारे आध्यात्मिक स्तर में वृद्धि होती हैl हमारा मन धार्मिक चीजों के प्रति धार्मिक कर्मकांडओं के प्रति काफी आकर्षित होता है, यह रत्न हमें हमारे सभ्यता से जोड़ने का कार्य करता है, यह हमें ईश्वर के करीब ले जाता है, यह रत्न की अनेकों खूबियां है, जो समय के साथ इसे धारण करने के पश्चात हमें देखने को मिलती हैl
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