पन्ना रत्न पहनने की विधि – Panna Ratna Pahanne Ki Vidhi

पन्ना रत्न पहनने की विधि – Panna Ratna Pahanne Ki Vidhi

 

पन्ना रत्न पहनने की विधि – Panna Ratna

 Pahanne Ki Vidhi

पन्ना रत्न पहनने की विधि -आज हम इस लेख के माध्यम से जानने का प्रयास करेंगे कि पन्ना रत्न कैसे धारण करें? जिससे हमें उसके अनगिनत लाभ प्राप्त हो सके-

पन्ना रत्न (Panna pathar pahanne ki vidhi)  देखने में हरे रंग का होता है, इस कारण इतना बनावट होता है, कि लोगों को इस को देखकर मन में बहुत आनंदित हो उठता है, तथा परम शांति का आभास होता है, इसे देखकर मन पुलकित को उठता है, इसके हरे रंग को देखकर लोग खुद को प्रकृति के साथ जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।

इसे भी पढ़े:- माणिक रत्न के फायदे 

भारत में बेरील खनिज जिसे पन्ना रत्न (Panna Ratna Pahanne Ki Vidhi) बनता है lअधिकतर दक्षिण महानदी ,हिमालय गिरनार और सोन नदियों के पास पाया जाता है।पन्ना विभिन्न रत्नो में सबसे श्रेष्ठ जमाना जाता है, क्योंकि यह पूरी तरह से हमें प्रकृति से जोड़ने का काम करता है, तथा इसका काम ही है हमें लोगों से जुराव स्थापित करना, मेल जोल को बढ़ावा देना, आपसी रिश्तो में प्रगाढ़ प्रेम को बढ़ानाl इसका रंग ही इसे सबसे स्पष्ट और आकर्षक विशेषता प्रदान करता है।

पन्ना रत्न (Panna stone pahanne ki vidhi) वैसे तो विश्व के कई हिस्सों से हमें प्राप्त होता हैl विश्व के विभिन्न दुर्गम इलाकों में इस रत्न की खदानें अवस्थित है, किंतु दुनिया में सबसे सबसे अधिक महंगा पन्ना रत्न कोलंबिया के खदान मुजो सिटी के पहाड़ी इलाकों से प्राप्त होता हैl यहां वास्तव में पहुंचना इतना आसान काम नहीं है, लोगों के द्वारा अपनी जान तक गवाने की नौबत आ जाती हैl विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करते हुए दुर्गम रास्तों से होते हुए लोग यहां तक पहुंचते हैं।

यहां घने जंगलों के बीच बहुत से जंगली जानवर तथा जहरीले विभिन्न प्रकार के जीवो की संख्या अत्यधिक मात्रा में होती है, तथा बहुत से लुटेरे आदि भी इसकी तलाश में यहां पहुंचते हैं, इसलिए यहां से पन्ना रत्न प्राप्त करना किसी देवीय शक्ति के दर्शन करने से कम नहीं है, फिर भी लोगों के द्वारा इसका खनन किया जाता है, क्योंकि यह बहुत ही मूल्यवान वस्तु है इसकी कीमत बाजारों में हीरे की कीमत के समान आंकी जाती है।

पन्ना रत्न (Panna ratna dharan karne ka mantra) कोयले की खदानों से प्राप्त होता है, किंतु यहां से भी इसे प्राप्त करना इतना आसान काम नहीं है, कोयले की बारीकी तरह से जांच पड़ताल करनी पड़ती है, तो सूक्ष्म एवं बारीकी जांच के बाद ही पता चलता है, कि कोयले में पन्ना रत्न है, या नहीं हैl क्रोमियम तथा वैनेडियम जैसे तत्वों की मौजूदगी की वजह से इस रत्न का रंग गहरा या फिर हल्का होता है। यदि इसका संयोजक अधिक मात्रा में प्रयुक्त रहता है, तो इसका रंग गाढ़ा हरा होगा अथवा यदि इसका संयोजक कम मात्रा में उपर्युक्त होगा तो, इसका रंग हल्का हरा होगाl खदानों से प्राप्त होने की पश्चात भी पन्ना रत्न में विभिन्न प्रकार की त्रुटियां रहती है, उसमें दरारे रहती है, जिसे दूर करने के लिए उसे विभिन्न प्रकार से अलंकृत किया जाता है,

इसे भी पढ़े:- नीलम रत्न पहनने के फायदे 

 इसे देवदार तेल के उपयोग से काटा जाता है, तथा विभिन्न प्रकार के आकारों में इसे बदला जाता है, जिससे इसकी संरचना और भी संगठित सुंदर दिखने लगती है, और इसमें अस्पष्टता के भाव नजर आने लगते हैंl मुख्यतः इन सभी मापदंडों से पन्ना रत्न (Panna ratna dharan karne ka muhurt) को इसलिए गुजारा जाता है, ताकि यह देखने में आकर्षक लगे तथा इसकी गुणवत्ता में भी परिवर्तन आए, वैसे तो इसकी गुणवत्ता को जांचने के विभिन्न प्रकार के मापदंड या पैमाने अपनाए जाते हैं, किंतु मुख्य रूप से चार मापदंडों या पैमानों को जांच कर आप यह जान सकते हैं, कि आपके द्वारा लिया जा रहा पन्ना रत्न प्राकृतिक रूप से निर्मित है, अथवा कृत्रिम रूप से निर्मित है, जैसे- रंग ,आकार ,स्पष्टता और इसकी घनत्व क्षमता।

इस रत्न की बहुत सी उपयोगिताए है, जो हमें इसे धारण करने के पश्चात प्राप्त होती है, जैसे-

1. पन्ना रत्न (Panna ratna dharan karne ki vidhi) को जिस भी जातक के द्वारा धारण किया जाता है, उसमें एकाग्रता शक्ति बढ़ती है, तथा दिमाग इधर उधर की बातों में ना उलझ कर एकाग्र मन से हर चीज करता है, जिससे उसे सफलता की प्राप्ति होती हैl इसे धारण करने से उसका ध्यान पूरी तरह से केंद्रित हो जाता है, एवं उसे विभिन्न प्रकार की चिंताओं से मुक्ति मिलती है, यह रत्न खास करके विद्यार्थी वर्ग के लिए किसी नीलमणि से कम नहीं है।

2. पन्ना रत्न (Panna ratna ko dharan karne ke fayde) को धारण करने से वाणी संबंधित जितनी भी परेशानियां होती है, वह सभी खत्म होती है। वाणी दोष से पूरी तरह से छुटकारा मिलता हैl बहुत से लोगों को बोलने में कठिनाई होती हैl वह हकला कर बोलते हैंl उन्हें इन सब चीजों से इस रत्न को धारण करने के पश्चात छुटकारा मिलता है, तथा कभी-कभी ऐसा भी होता है, कि हम लोग बिना सोचे समझे कटु वचन बोल देते हैं lयह रत्न धारण करने के पश्चात आपकी वाणी पर पूरी तरह से नियंत्रण होता है, ऐसी कोई भी बात नहीं निकलती जिसे किसी को कोई भी तकलीफ हो।

इसे भी पढ़े:- जरकन क्या होता है 

3.पन्ना रत्न (Panna ratna pahanne ke fayde) धारण करने से हमारी वाणी में मिठास आती है lहमारी बोली में शहद के समान मिठास आती है, जिससे रिश्तो को सवारने या रिश्तो को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलती है, लोगों के बीच घुलने मिलने में भी हमारी वाणी का बहुत प्रभाव पड़ता हैl

4. पन्ना रत्न को धारण करने से रूपए पैसे संबंधित परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त होती हैं, तथा धन संचित करने में आसानी होती है, जिससे आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत होती है।

5. पन्ना रत्न (Panna ratna ko dharan karne ki vidhi batay) जिस भी जातक के द्वारा धारण किया जाता है lउसके व्यक्तित्व में एक अद्भुत रूपांतरण होता है, जिसकी ओर लोग स्वयं ही खींचे चले आते हैं, जातक के निश्चलता एवं अस्पष्ट स्वभाव, विचार, वाणी को देखकर बड़े से बड़े व्यक्तित्व वाला व्यक्ति भी उनके समक्ष नमन करता हैl उनका आदर करता है, उनका सम्मान करता है, तथा ऐसे लोग अपने जीवन में बहुत आगे बढ़ते हैं।

पन्ना रत्न को धारण करने की सही विधि इसके चमत्कारिक लाभों को दोगुना कर देती है-

 

 

panna ratna pahanne ki vidhi, panna stone pahanne ki vidhi, panna ratna pahanne ke fayde, panna stone pahanne ki vidhi in hindi, panna ke fayde, पन्ना रत्न पहनने के फायदे, , पन्ना रत्न पहनने के विधि, पन्ना रत्न पहनने से क्या होता है, पन्ना रत्न पहनने के लाभ, पन्ना धारण करने का मंत्र
panna ratna pahanne ki vidhi

 

 

 

6. इस रत्न को सोने अथवा चांदी चांदी में पिरो कर पहना जाता है।

इसे भी पढ़े:- नीलम रत्न के चमत्कारी फायदे और जानिए नीलम रत्न किसे धारण चाहिए

7. इसे कम से कम 5 रतिया 6 रत्ती में अवश्य धारण करें उससे कम में धारण करना नहीं चाहिए।

8. पन्ना रत्न का प्रभाव आपको एक 2 महीने के अंदर ही देखने को मिलने लगते हैं।

9. पन्ना रत्न (Panna dharan karne ki vidhi) को धारण करने के पूर्व पहले इसे गंगाजल तथा पंचामृत से इसकी शुद्धिकरण अवश्य करें तथा बुध के मंत्रों से अभिमंत्रित करने के पश्चात इसे भगवान गणेश की चरणों में समर्पित कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें और धारण करें।
10. पन्ना रत्न को धारण करने का सबसे शुभ दिन होता है, बुधवार या फिर आप रेवती नक्षत्र में भी इसके अप्रतिम लाभों को प्राप्त करने के लिए धारण कर सकते हैं।

अभिमंत्रित पन्ना रत्न कहां से प्राप्त करें –

यदि आप भी आभमंत्रीत किया हुआ पन्ना रत्न प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे नवदुर्गा ज्योतिष केंद्र से पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित किया हुआ पन्ना रत्न मात्र – 600₹ रत्ती और 800₹ रत्ती मिल जायेगा जिसका आपको लैब सर्टिफिकेट और गारंटी के साथ में दिया जायेगा (Delivery Charges free) Call and WhatsApp on- 7567233021, 9313241098

 

Leave a Reply