मोती किसे पहनना चाहिए – Moti Kise
Pahanna Chahiye
मोती रत्न (Moti Kise Pahanna Chahiye) किसे पहनना चाहिए यह प्रश्न लोगों के मन में अक्सर उठता है, क्योंकि वह भी इस अद्वितीय जैविक रत्न का लाभ अपने जीवन पर देखना चाहते हैं lइसका सकारात्मक प्रभाव अपने वास्तविक जीवन पर वह देखना चाहते हैं, इसलिए मोती के विभिन्न आभूषण धारण करने की इच्छा उनके मन में प्रबल होती है, तो आइए जानते हैं, किन परिस्थितियों में हम मोती पहन सकते हैं।
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मोती रत्न (moti ratna pahanne ke labh) एक जैविक रत्न है, जो हमें विभिन्न प्रकार के समुद्री जीवो से प्राप्त होता हैl मोती रत्न देखने में सफेद वर्ण का सामान्यत होता हैl विश्व के विभिन्न देशों में मोती रत्न के और भी रंग पाए जाते हैं, जैसे -गुलाबी ,काला, सफेद आदिl भारत के बंगाल की खाड़ी से गुलाबी रंग के मोती रत्न पाए जाते हैंl सबसे अधिक दुर्लभ रंग इस रत्न का काला रंग होता है, जिसकी वजह से इसकी कीमत भी बहुत अधिक होती है lइस रत्न को लोगों के द्वारा चंद्र ग्रह की कृपा प्राप्त करने के लिए धारण किया जाता है।
चंद्र हमारे मन का कारक होता हैl हमारे मन की स्थिति कैसी होगी वह सारी चीजें केवल चंद्र के द्वारा निर्धारित की जाती हैl मोती रत्न (moti ratna kis ko pahanna chahiye) चंद्र ग्रह को निरूपित करता है, ऐसा सर्वविदित है, कि जो लोग मन से मजबूत होते हैंl वह संसार को जीतने की अद्भुत क्षमता अपने अंदर समेटे हुए रहते हैl दुनिया का सबसे कठिन काम होता हैl अपने मन पर नियंत्रण स्थापित करना यदि आपने अपने मन पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है, तो आप पूरे जग को जीत सकते हैंl
आइए जानते हैं किन लोगों के द्वारा मोती रत्न पहना जाना चाहिए-
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1. जिन जातकों की कुंडली में चंद्रग्रह सुप्त अवस्था में स्थित हो या पूरी तरह से निष्क्रिय हो, ऐसी परिस्थिति में चंद्र ग्रह को गतिमान बनाने के लिए तथा उनके प्रभाव को अपने जीवन में प्राप्त करने के लिए मोती रत्न (Moti Kise Pahanna Chahiye) को धारण करना चाहिए, इसे धारण करने से उन्हें चंद्र देव की कृपा प्राप्त होने लगती है, तथा उनके रुके हुए कार्य भी बनने लगते हैं।
2. राहु केतु द्वारा दिए जा रहे दुष्प्रभाव को भी दूर करने के लिए मोती रत्न धारण किया जाता है, ऐसा माना जाता है, कि राहु केतु के जो भ्रामक भ्रम जाल होते हैंl उसको मोती रत्न ( moti ratna dharan karne ke labh) तोड़ने में सक्षम होता है, तथा आपको वास्तविकता से परिचित कराता है, मोती रत्न आपको किसी भी प्रकार के ठगी के जाल में फंसने नहीं देता है।
3. यदि चंद्रमा किसी की कुंडली में षष्टम ,अष्टम तथा द्वादश भाव में स्थित हो तो ऐसे में जातक के द्वारा मोती रत्न (moti ratna kise pahanna chahiye in hindi) धारण किया जाना चाहिए मोती रत्न उसके भाग्य उदय में बहुत मदद करेगा इसके साथ-साथ उसके सारे कार्य भी बनते चले जाएंगे।
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4. चंद्रमा के दशा महादशा में भी मोती रत्न (moti ratna kab our kise pahanna chahiye) को धारण किया जा सकता है, इससे चंद्र ग्रह द्वारा दी जा रही नकारात्मक प्रभाव को दूर किया जा सकता है, तथा अनुकूल स्थितियां आपके लिए बनती है, जिससे आपके नौकरी, पेशा व्यापार आदि में वृद्धि होती है, एवं आपको सफलता प्राप्त होती है।
5. चंद्रमा यदि नीच भाव में स्थित हो तथा यदि जातक का जन्म कृष्ण पक्ष में हुआ हो तो ऐसी परिस्थिति में मोती रत्न ( moti ratna kab pahne) को धारण करने से आपको इसके विभिन्न आयामों पर अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे तथा आपको असीम शांति प्राप्त होगा।
6. मोती रत्न (moti ratna kise dharan karne ke fayde ) धारण करने से चंद्र की कृपा प्राप्त होती है, जिससे पापी ग्रह के द्वारा दिए जा रहे हैं, प्रतिकूल प्रभाव को यह निष्क्रिय करने में सक्षम होता है, तथा जातक के जीवन में स्थिरता लाने के लिए भी यह विभिन्न शुभ संयोग उत्पन्न करता है।
7. विभिन्न राशियों की कुंडली के लग्न के किस भाव में चंद्रमा स्थित है lउसकी परिस्थितियों को देखने के बाद ही यह रत्न धारण किया जाता है, जैसे- मेष, कर्क, वृश्चिक एवं मीन लग्न वाले राशि के लोगों के द्वारा यदि यह रत्न धारण किया जाता है,तो उनके जीवन में बहुत अधिक उन्नति आती है lउनके उन्नति के सारे मार्ग प्रशस्त हो जाते हैं, तथा मोती रत्न (moti ratna pahanne ka mahatva) आपके जीवन में धन संबंधित जो भी परेशानियां आ रही थीl उन सभी को यह दूर करने में सक्षम होता है, तथा की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाता हैl धन संचय करने की विभिन्न अनुकूल परिस्थितियां बनाने में भी यह रत्न बहुत कारगर होता है।
8. बहुत से लोगों की आज की जीवन शैली की वजह से मानसिक स्थिति खराब होने लगती है lउन्हें हर वक्त अकेलापन महसूस होता है, जिसकी वजह से वह धीरे-धीरे अवसाद में चले जाते हैंl बाहरी दुनिया से वे लोग बिल्कुल खुद को अलग महसूस करते हैं।
भावनात्मक रूप से बहुत कमजोर हो जाते हैंl घर के सदस्यों से भी वे लोग काफी अलग रहते हैं, एवं घर वालों का साथ जब उन्हें प्राप्त नहीं होता है, तो वे और अधिक दुखी एवं निराश हो जाते हैं lऐसी परिस्थिति में उन्हें मोती रत्न (moti ratna kaun dharan kar sakta hai) धारण करने की सलाह दी जाती है, जिससे वे लोग मानसिक तौर पर मजबूत हो तथा अपनी मानसिक स्थिति को सुधारने में सक्षम हो और मानसिक अवसाद जैसी बीमारी से लड़ने की क्षमता उनमें उत्पन्न हो , मोती रत्न उन्हें प्रसन्न चित्त प्रदान करता है।
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9. मोती रत्न को धारण करने से हमें रुपयों पैसे संबंधित परेशानियां कभी नहीं होती है, यह हमारे आर्थिक विकास में बहुत मदद करता है।
10. मोती रत्न (moti ratna kise pahnna chahiye)आपकी दृढ़ संकल्प शक्ति को बढ़ाता हैl मोती रत्न धारण करने से आपकी इच्छा शक्ति प्रबल होती है, इससे आपके अंदर काम करने की अद्भुत क्षमता उत्पन्न होती हैl आपके अंदर यह रत विभिन्न प्रकार के कौशलों का निर्माण करता है, जिससे आप अपने कार्यों का निर्वहन अच्छे तरीके से कर पाते हैंl
11. मोती रत्न (moti ratna kaun pahan sakta hai) को धारण करने से जातक की एकाग्रता शक्ति बढ़ती है, जिसकी वजह से मोती रत्न पठन-पाठन या विद्या अध्ययन संबंधित चीजों में विद्यार्थियों को अपार सफलता दिलाता हैl विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाओ में भी मोती रत्न सफलता दिलाता है, मोती रत्न को धारण करने से स्मरण शक्ति में भी मोती रत्न वृद्धि करता है, जिससे सटीक समय पर आप अपने ज्ञान का उपयोग कर जीवन में काफी आगे बढ़ सकते हैंl
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