मूंगा रत्न – Munga Ratna
मूंगा जिसके विशिष्ट गुणों की वजह से विविध नाम प्रदान किए गए हैं जैसे भोम रत्न ,अंगारक मणि, प्रवालक ,कोरल ,मीरजान, सांगो ,विद्ररूम आदि l इसका रंग रक्त के सामान लाल होता हैl कभी-कभी इसका रंग भगवा रंग के समान भी प्रतीत होता हैl भाखरा सिंदूर के समान भी मूंगा रत्न (munga ratna ki Visheshtaye) का रंग हो सकता है।
मूंगा एक जैविक रत्न है, जो समुद्री जीवों के रूप में लाखों करोड़ों की संख्या में एक समूह में रहता हैl जिससे इनकी बहुत बड़ी आबादी का समूह एक पत्थर के समान दिखाई पड़ता हैl इनके द्वारा निर्मित इस प्रकार के चट्टानों को या पत्थरों को एक श्रृंखलाबद्ध तरीके से इनका विस्तार होता है, जिसे भी कहा जाता है, एवं प्रत्येक मूंगे के समूह में मौजूद मूंगा (munga ratna ki jankari) को वैज्ञानिक रूपी भाषा में पालीपा के रूप से संबोधित किया जाता हैl समय के अनुसार इनके वंश में वृद्धि होती है, जिसकी वजह से यह संख्या में अनगिनत हो जाते हैं एवं पेड़ का आकार ले लेते हैं जो बढ़ता ही चला जाता है।
इसे भी पढ़े:- मोती रत्न कैसे धारण करें
मंगल ग्रह जिसे क्रूर ग्रह एवं आक्रामक ग्रह से भी संबोधित किया जाता है, एवं नवग्रहों में इसे सेनापति का अधिपत्य प्रदान किया गया हैl इसे पृथ्वी का पुत्र कहकर भी संबोधित किया जाता है lसेनापति जो पूरी सेना का नेतृत्व करता है, इसलिए मंगल को नेतृत्व कर्ता के रूप में भी जाना जाता हैl
यदि किसी जातक का मंगल मजबूत है, तो मंगल शनि की युति से जातक को राहु के द्वारा भी अनुकूल परिणाम प्राप्त होगा कहने का तात्पर्य यह है, कि जातक वाकपटुता की कला में महारत रखता होगा तथा उसका बुद्धि विवेक बहुत तीव्र गति से कार्य करेगा l जातक दिमाग से बहुत तेज होगा एवं कठिन से कठिन कार्य को भी अपनी हिम्मत और मेहनत से संपन्न करने की या पूर्ण करने की क्षमता रखता हैl उसे सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र हो या अभियांत्रिकी इससे संबंधित क्षेत्रों में उसका दबदबा रहेगाl
खराब मंगल जातक को कर्ज लेने पर मजबूर कर देता है lजातक दिनों दिन कर्ज में डूबता चला जाता है क्योंकि हमारे जीवन में कर्ज का कारक मंगल ग्रह को माना जाता है। (munga ratna ke labh) यही कारण है कि शास्त्रों में मंगलवार को कर्ज लेना पूरी तरह से निषेध माना जाता हैl खराब मंगल ग्रह होने की वजह से जातक के पराक्रम एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व में कमी आती है, तथा उसके अंदर रक्त संबंधित बीमारियां हो या उदर संबंधित बीमारियां पैर पसारने लगती है lपीड़ित मंगल से व्यक्ति के जीवन में उत्साह खत्म हो जाता हैl उसे विविध प्रकार से वैवाहिक जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता हैl कभी-कभी स्थिति इतनी अधिक खराब हो जाती है, कि रिश्ता टूट तक जाता है lपति- पत्नी में अलगाव जैसी स्थिति बन जाती है।
इसे भी पढ़े:- पन्ना रत्न का उपरत्न क्या है?
मंगल का मजबूत होना या कमजोर होना हमारे जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव डालता हैl हमारे अंदर जो विद्यमान ऊर्जा होती है lउसका प्रतीक भी मंगल ग्रह होता है lऐसे में निम्न या उचित मंगल होने से व्यक्ति खुद को बहुत थका थका महसूस करता है। (munga ratna ka mahatva) इसके साथ साथ हर वक्त उसे ऊर्जा की कमी महसूस होती रहती है, जिसकी वजह से उसमें कार्यों को डालने जैसी प्रवृत्ति देखने को मिलती हैl अचानक दुर्घटना का योग या किसी भी प्रकार का आकस्मिक चोट का कारक भी मंगल ग्रह से संबंधित होता हैl पारिवारिक कलह हो या शत्रु बाधा संबंधित चीजें सभी मंगल ग्रह की क्रूर दृष्टि के वजह से जातक के जीवन में अनेक बाधाएं एवं विघ्न उत्पन्न होते हैं, अधिक क्रोध का आना भी खराब मंगल का परिचालक हैl
मंगल के द्वारा दिए जा रहे दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए वैसे तो जातक बहुत से विभिन्न प्रकार के उपाय अपनाते हैं, जिससे उनके मंगल ग्रह की स्थिति में थोड़ी सुधार हैl उनमें से सबसे अधिक उपयोग में लाया जाने वाला उपाय है, हनुमान जी की आराधना हनुमान जी की आराधना से बड़े से बड़ा संकट जीवन से टल जाता है, एवं मंगल ग्रह की भी कृपा प्राप्त होती हैl इसी वजह से बहुत से लोगों के द्वारा मंगलवार के दिन उपवास रखा जाता है, जिससे मंगल ग्रह की कुदृष्टि को दूर किया जा सके, ऐसे ही विभिन्न उपायों में से एक और उपाय है, की मंगल ग्रह से संबंधित रत्न जिसे मूंगा (munga ratna dharan karne se kya hota hai) के नाम से संबोधित किया जाता है।
इसे भी पढ़े:- कमलगट्टे की माला के अदभुत फायदे
उसे धारण किया जाए यदि मूंगा रत्न को मंगल के बीज मंत्रों के द्वारा विधिवत पूर्वक अभिमंत्रित करके शुभ घड़ी में धारण किया जाए, तब भी इस ग्रह के दुष्परिणाम को बहुत हद तक कम किया जा सकता है, तथा जातक की समस्याओं का समाधान मूंगा रत्न अपने अंदर विद्यमान विभिन्न प्रकार की अलौकिक ऊर्जा के द्वारा करने में सक्षम होता है। मूंगा रत्न (munga ratna dharan karne ke fayde) को धारण करने से जातक की स्थिति धीरे-धीरे ही सही किंतु उसमें सुधार होने लगता है, क्योंकि मंगल सेनापति की तरह कार्य करता है, इसलिए हमारे जीवन में जो भी महत्वपूर्ण घटनाएं घटने वाली होंगी lयदि मंगल सही नहीं रहेगा तो कभी भी जातक के द्वारा सही निर्णय नहीं लिया जाएगा और जातक को हमेशा असफलता का ही मुंह देखना पड़ेगा lखराब मंगल की वजह से जातक की धैर्य क्षमता समाप्त हो जाती है, ऐसे में मूंगा रत्न धारण करने से जातक धैर्य क्षमता एवं सहनशीलता में वृद्धि करता है।
उसकी निर्णय क्षमता में भी सुधार करता है, जिससे उचित समय पर लिया गया निर्णय जातक को भविष्य में होने वाले किसी भी प्रकार के अनहोनी से या आकस्मिक दुर्घटना के योग से पूर्ण रूप से बचाता हैl वैवाहिक जीवन में आने वाली अड़चनों में भी मूंगा रत्न (munga pahanne ke fayde) उसके दुष्प्रभाव को पूरी तरह से नष्ट करने में बहुत कारगर सिद्ध होता हैl मंगल दोष जैसे दुष्प्रभाव को भी पूरी तरह से नष्ट करने की क्षमता मूंगा रत्न में विद्यमान होती हैl मूंगा रत्न जातक को साहसी प्रभावशाली शौर्य वान बनाता हैl शत्रु बाधा संबंधित चीजों में मूंगा रत्न जातक को बहुत सफलता दिलाता है, शत्रुओं की पराजय निश्चित होती है।
इसे भी पढ़े:- लाल हकीक पहनने के अदभुत फायदे जानकर हैरानी
मूंगा रत्न (munga ratna pahnane ke fayde) को धारण करने से जातक कोर्ट कचहरी के वाद विवाद संबंधित चीजों में सफलता प्राप्त करता हैl यह जातक को ऊर्जावान बनाता है, जिससे जातक अपने कार्यों का निर्वहन कुशलतापूर्वक करता है, चाहे वह जिस भी क्षेत्र में संलग्न रहे lप्रशासनिक विभाग में ऊंचे पद पर प्रतिष्ठित होने के लिए मंगल का उच्च होना या मंगल का सहयोग प्राप्त होना बहुत आवश्यक है। मूंगा रत्न जातक को प्रशासनिक विभाग में उच्च पद पर प्रतिष्ठित करवाने की क्षमता रखता है, इसके साथ-साथ राजनीतिक पहलुओं पर भी मूंगा रत्न जातक के व्यक्तित्व को बहुत प्रभावशाली बनाता है, जिससे उसका दबदबा हर ओर देखने को मिलता हैl
अभिमंत्रित मूंगा रत्न कहां से प्राप्त करें –
मित्रो यदि आप भी अभिमंत्रित किया हुआ मूंगा रत्न प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे नवदुर्गा ज्योतिष केंद्र से पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित किया हुआ मूंगा रत्न मात्र – 300₹ और 400₹ रत्ती मिल जायेगा जिसका आपको लैब सर्टिफिकेट और गारंटी के साथ में दिया जायेगा (Delivery Charges free) Call and WhatsApp on- 7567233021, 9313241098