वामवर्ती शंख के फायदे – Vamavarti Shankh Ke Fayde

वामवर्ती शंख के फायदे – Vamavarti Shankh Ke Fayde

 

वामवर्ती शंख के फायदे, Vamavarti Shankh

 Ke Fayde

वामवर्ती शंख के फायदे, Vamavarti Shankh Ke Fayde:- हमारे धर्म ग्रंथों के अनुसार, पुराणों के अनुसार वामवर्ती शंख।( Vamavarti Shankh )के कई फायदे बताए गए हैं।इसके बारे में विस्तार से कई चीजों पर प्रकाश डाला गया है, जो जन कल्याण के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता हैl वामवर्ती शंख  ( Vamavarti Shankh )  हो या दक्षिणावर्ती शंख  ( Vamavarti Shankh )    हो सभी बहुत ही शक्तिशाली माने जाते हैं ।

कई जगह तो यह भी माना जाता है, कि शंखनाद से प्राणी सभी प्रकार के दोषों से मुक्त हो जाता है ।वह मोक्ष की प्राप्ति के मार्ग पर अग्रसर हो जाता है ।परमात्मा से मिलन का एकमात्र साधन के रूप में यह दिव्य मनका हमें समुद्र मंथन से प्राप्त हुआ है। ऐसी मान्यता है, कि समुद्र मंथन के दौरान विभिन्न प्रकार की चीजें जब उत्तरीत हुई।तब उनमें से एक शंख भी था।

जिसका उद्गम माता लक्ष्मी के साथ हुआ थाl यही कारण है, कि शंख (vamavarti shankh ke fayde in hindi) को माता लक्ष्मी का भ्राता माना जाता है, इसलिए बहन तथा भाई के पवित्र बंधन को निभाते हुए माता लक्ष्मी अपने भाई से अलग नहीं रहती है। जहां भी शंख को प्रतिष्ठित कर रखा जाता हैै। वहां माता लक्ष्मी स्वयं ही प्रविष्ट कर जाती है ।वहां स्वयं ही माता लक्ष्मी अध्यासीन रहती है।

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वामवर्ती शंख के फायदे, Vamavarti Shaukh Ke Fayde

शंख ( Vamavarti Shankh ) समुद्री जीव के द्वारा निर्माण किया जाता है, जो कि उन जीवो को सुरक्षा प्रदान करता है, जैसे-जैसे जीवो की आयु में वृद्धि होती है, जैसे -जैसे जीवो का शारीरिक संरचना में वृद्धि होती है, वैसे -वैसे शंख।( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh ke fayde aur nuksan) का आकार भी बढ़ता रहता है।

जैसे ही शंख ( Vamavarti Shankh )  में निवास करने वाले जीव जन्म मरण के चक्र से मुक्त होता है, वैसे ही यह शंख ( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh ke upyog) तैरता हुआ समुद्र के ऊपरी भाग पर उदित हो जाता है, तब यह विभिन्न प्रकार से प्रयोग में लाया जाता है, न केवल हिंदू धर्म बल्कि बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म में भी इसकी महत्ता बहुत अधिक बताई गई हैै।

उच्च श्रेणी के श्रेष्ठतम शंखन( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh ke upyog kaise karen) कैलाश मानसरोवर, मालदीव, लक्ष्यदीप ,कोरा मंडल द्वीप समूह, श्रीलंका एवं भारत में पाए जाते हैं। शंख( Vamavarti Shankh )  के वैसे तो बहुत से प्रकार बताए गए हैं, किंतु मुख्यतः तीन प्रकार के शंख (Vamavarti Shankh ) के बारे में अधिकतर चर्चा मिलती है।

अधिकतर तीन ही शंख( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh kaisa hota hai) का विस्तार से वर्णन मिलता है, जिनमें दक्षिणावर्ती शंख मध्यवर्ती शंख ( Vamavarti Shankh ) सीतथा वामवृत्ति शंख( Vamavarti Shankh )  का उल्लेख अधिक मिलता है।इन सभी प्रकार के शंकु का उल्लेख महाभारत रामायण तथा पुराणों से प्राप्त होता है।

वामवर्ती शंख ( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh se kya hota hai) ऐसा शंख होता है, जिसका मुंह बाए ओर से खुलता है, ऐसी मान्यता है, कि वामवर्ती शंख में न केवल श्री हरि विष्णु एवं माता लक्ष्मी का निवास होता है, बल्कि उसमें माता अन्नपूर्णा के साथ-साथ ब्रह्मा, माता सरस्वती तथा सूर्य एवं चंद्र के साथ-साथ वरुण देव की शक्तियां भी समाहित होती है, इसलिए इसका प्रयोग विभिन्न दृष्टिकोण से बहुत ही चमत्कारिक माना जाता है।

वैसे दक्षिणावर्ती शंख( Vamavarti Shankh ) की तुलना में वामावर्त शंख अधिकतर मात्रा में प्राप्त किए जा सकते हैं ।इनका मुंह पर से कटा हुआ रहता है, जहां से वायु का प्रवेश द्वार होता है, जिससे शंखनाद की प्रक्रिया संपन्न की जाती है।

वामवर्ती शंख के फायदे-

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1. वामावर्त शंख  ( Vamavarti Shankh ) (vamavarti shankh ki jankari)  की शंखनाद जिस स्थान तक पहुंचती है।वहां तक का सभी तरह का वातावरर्णिक अशुद्धियां नष्ट हो जाती है, जहां तक इसकी आवाज जाती है ।वहां तक रोग उत्पन्न करने वाले कई तरह के परजीवी तत्वों का नाश होता है ।

हमारे इर्द-गिर्द कई तरह की शक्तियां रहती है, जो मृत्यु के बाद भी भटकती रहती है।इनमें कई तरह की अतिरिक्त आत्माएं एवं भूत प्रेत जैसी ऊपरी बाधा जैसी चीजें विचरण करते रहती है।जब तक उन्हें मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो जाती है।

तब तक इस मृत्युलोक में अपनी अधूरी इच्छा को पूर्ण करने के लिए घूमती रहती है, तथा कई बार अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए लोगों के शरीर तथा मस्तिष्क का प्रयोग कर अपनी अतृप्त आत्मा को तृप्ति प्रदान करती है।

ऐसे में वह व्यक्ति विशेष उनके प्रभाव में आने लगता है।कई बार लोग जलन के कारण कई लोगों पर तंत्र मंत्र की क्रिया कर देते हैं।टोना टोटका जैसी चीजें कर उन्हें प्रभावित कर देते हैं। ऐसे में व्यक्ति का जीवन बहुत ही कष्ट प्रद लगता है। ऐसे में यह ध्वनि उस स्थान तक यदि पहुंचती है ।तो इस प्रकार की ऊपरी शक्तियां शंखनाद को बर्दाश्त नहीं कर पाती हैैैै।

जिसके कारण वे उस स्थान को छोड़कर चली जाती है, क्योंकि शंखनाद बहुत शक्तिशाली सकारात्मक शक्तियों का पुण्य होता हैै, जो एक खास तरंग के माध्यम से वातावरण में विचरण करता है ।ऐसे में नकारात्मक शक्तियां इन सभी तरह के प्रभाव को बर्दाश्त नहीं कर पाती है, एवं उनका अस्तित्व नष्ट होने लगता ।
वामवर्ती शंख के शंखनाद से सभी तरह के सदृश नष्ट होते हैं।

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वामवर्ती शंख के फायदे, Vamavarti Shankh Ke Fayde

2. वामवर्ती शंख   ( Vamavarti Shankh )का निर्माण जिस भी जीव के द्वारा किया जाता है ।उस समय समुद्र में व्याप्त कई तरह के लवण तत्व जैसे कैल्शियम, गंधक ,फास्फोरस आदि जैसे तत्वों का भरपूर प्रयोग कर इसका निर्माण किया जाता है।

ऐसे में जब कोई भी व्यक्ति विशेष इस शंख (Vamavarti Shankh )को शंखनाद के लिए प्रयोग में लाता है, तो वह कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित होने लगता है ।

पहला तो उसके आंतरिक शारीरिक स्वरूपों का व्यायाम होता है ।इसके साथ-साथ मुख मंडल में जितनी भी मांसपेशियां होती है ।उन सभी मांसपेशियों में सक्रियता आने लगती है, जिससे व्यक्ति के मुख्य मंडल की चमक बढ़ती है। उसकी कांति बहुत ही आकर्षण युक्त होती है ।इसके साथ-साथ वामावर्त शंख से शंखनाद करने से उसे कई प्रकार की बीमारियां भी नहीं होती है।उसकी आंतरिक शरीर के कई अंग बलिष्ठ होते हैं ।

मानसिक स्थिति भी बहुत ही उत्कृष्ट होती हैl उसके इर्द-गिर्द का वातावरण बहुत ही सकारात्मक शक्तियों से भरा हुआ रहता है।ऐसे में वह आनंदमई जीवन के प्रभाव में रहता है। जिससे उसका मन हमेशा प्रफुल्लित रहता है।उसे मन की प्रगाढ़ शांति प्राप्त होती है।

बात बात पर वह किसी भी चीज को लेकर विचलित नहीं होता है। क्रोध की प्रवृत्ति हो या किसी तरह की दुर्गन सभी में यह अपने प्रभाव बहुत ही उत्तम दर्शाता है, जिस भी व्यक्ति के द्वारा यह शंख ( Vamavarti Shankh ) प्रयोग में लाया जाता है। उसके फेफड़े उसके ह्रदय की मजबूती उसे कई प्रकार के रोगों से सुरक्षा प्रदान करती है।

वामवर्ती शंख के फायदे, Vamavarti Shankh Ke Fayde

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3. वामावर्त शंख ( Vamavarti Shankh ) जिस भी स्थान पर प्रतिष्ठित रहता है।वहां कभी भी धन का अभाव नहीं होता है।रूपए पैसे संबंधित चीजों की कमी नहीं होती है। सदा धन का आगमन होता रहता है ।उस गृह स्थल में या उस स्थल में कभी भी धन के अभाव जैसी स्थिति नहीं देखने को मिलती है। दरिद्रता अपने पैर नहीं फैला पाती है। यह जहां भी रहता है।वहां अविश्वसनीय सुगंधीयों की प्राप्ति होती है।

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