15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे – 15 mukhi rudraksha benefits in hindi

15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे – 15 mukhi rudraksha benefits in hindi

15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे – 15 mukhi

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15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे – 15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksha ke fayde) पर स्वयं पशुपतिनाथ जगत के पालनहार का अधिपत्य रहता है ऐसी नाथ जो हर जीव, प्राणी के स्वामी है, हर जीव ,हर प्राणी के प्राण तत्व की रक्षा करने वाले रक्षक है भगवान शिव जी का अद्भुत स्वरूप पशुपतिनाथ जी को माना जाता है।

कई रहस्य से परिपूर्ण यह मनका भगवान भोलेनाथ के रौद्र रूप का स्वरूप माना जाता है, जो प्रकृति के जन कल्याण के लिए उदित हुआ है, प्राकृतिक रूप से इस पर 15 बने हुए रहते हैं। सांसारिक दुख ,कष्ट, व्याधि, अपेक्षाओं, नीरूत्साह, जैसी भ्रामक चीजों को यह नष्ट करता है, तथा वास्तविक ज्ञान एवं वास्तविक आनंद को प्राप्त करने का एकमात्र साधन के रूप में हमें प्राप्त है।

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15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे

 

जिस प्रकार इंद्रधनुष सप्त रंगों के समावेशन से बनता है, तथा अलग-अलग रंग अलग-अलग शक्तियों से परिपूर्ण होते हैं। उसी प्रकार मानव शरीर में भी अनेक प्रणालियां है, जो अपने आप में अद्वितीय है। मानव शरीर की रचना उसके विभिन्न अंगों की संतुलन शक्ति अपने आप में अलौकिक है। मानव शरीर को भी सात चक्र में विभाजित किया जाता है जिनकी स्थिति मस्तिष्क से लेकर पैरों तक माना जाता है।

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मानव शरीर का चौथा चक्र जिसे अनाहत चक्र से संबोधित किया जाता है जिस की स्थिति ह्रदय के केंद्र में मानी जाती है जो हमारे मन में शुद्ध प्रेम ,निष्ठा, उत्कृष्ट भावनाओं, सर्वोत्तम ईश्वरीय प्रेम के साथ -साथ सांसारिक इच्छाएं, जलन ,उदासीनता एवं हताशा निरुत्साह जैसी चीजों में वृद्धि करता है।

15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksh dharan karne se kya hota hai) धारण करने से अनाहत चक्र में संतुलन उत्पन्न होता है, जिससे व्यक्ति के अंदर की नकारात्मक पक्षों पर कई तरह के परिवर्तन देखने को मिलते हैं, जो कि उक्त व्यक्ति विशेष के लिए तिमिर जैसे बंधनों से मुक्त होता है, एवं उसके जीवन में उत्कृष्ट चीजों की प्रबलता दिखती है। रिश्तो में सामान्य से अधिक मजबूती आती है, संबंधों में सुधार होता है।

15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksha ki jankari)  पर मंगल ग्रह का अधिपत्य माना जाता है, जिन्हें नौ ग्रहों में सेनापति के पद की उपाधि प्राप्त है, तथा जिनके शौर्य एवं पराक्रम के कारण तथा उग्र एवं क्रूर होने के बावजूद विशाल ह्रदय रखने के कारण इन्हें धरतीपुत्र भी कहा जाता है।

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15 मुखी रुद्राक्ष के फायदे – 15 mukhi rudraksha benefits in hindi

1. ऐसे लोग जिनके जीवन में तमश की काली छाया बहुत ही अधिक है, उन्हें ज्ञान रूपी फल की प्राप्ति नहीं हो पा रही है। उन्हें 15 मुख वाला रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए इससे उनके मन ,मस्तिष्क एवं हृदय में व्याप्त तिमिर नष्ट होता है, तथा ज्ञान चक्षु के द्वार खुल जाते हैं।

2. 15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksh in hindi) में प्राकृतिक रूप में उपचारात्मक व्याप्त होते हैं, इसलिए यह विभिन्न प्रकार की मानसिक जटिल प्रक्रिया को समझने एवं उन्हें सुधारने में बहुत उपयुक्त माना जाता है। ऐसे लोग जो गहरे अवसाद के शिकार हैं। मन के तिमिर में भटक गए हैं, राह नजर नहीं आ रही है। उनके जीवन में प्रेम रूपी अमृत का अभाव है, लोगो से भावनात्मक चीजों में असफलता के कारण व्यक्ति स्वयं की चीजों में ही खो सा गया है।

सांसारिक बंधनों की समझ में उसे खत्म हो गई है तो ऐसे में उनके लिए 15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksha dharan karne ke fayde ) धारण करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो सकता है यह आपके हृदय चक्र को नियंत्रित करता है

जिससे विविध प्रकार के मानव प्रवृत्तियों पर यह अंकुश लगाने का कार्य करता है। अभाव सूचक चीजों को यह पूरी तरह से दूर करता है, तथा मन में उत्साह प्रेम की भावना उत्पन्न करता है। दूसरों के अनेक पहलुओं को समझने की उसे परखने की क्षमता इस मनके के माध्यम से उक्त व्यक्ति को प्राप्त होता है जिसके द्वारा यह धारण किया जाता है।

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3. इसमें मौजूद कई प्रकार के औषधीय तत्व कई तरह की बीमारियों को पूर्ण रूप से ठीक करने की क्षमता रखते हैं। ऐसे जिनका उपचार आधुनिक विज्ञान भी कर पाने में असक्षम है। उन सभी गुणों से यह परिपूर्ण है। इसके उच्च स्पंदन शक्ति कई गंभीर बीमारियों को भी ठीक कर सकते हैं। रक्तचाप ,रक्त से संबंधित विकार, नेत्र विकार, गठिया रोग, गुर्दा पथरी से संबंधित रोग आदि जैसी चीजों में भी यह बहुत ही लाभप्रद माना जाता है।

इसके चमत्कारिक तत्व किसी को भी दिव्य लाभ प्रदान करते हैं, उसे स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं से मुक्त करते हैं, मानसिक विकार हो या शारीरिक विकार सभी में यह मन का बहुत ही लाभप्रद माना जाता है।

4. ऐसे जातक जो कोर्ट कचहरी संबंधित मामलों में फंस गए हैं या भाई बंधु से विवाद चल रहा है या किसी भी तरह के वाद विवाद में उलझ गए हैं तो आपको 15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksha ke kya fayde) अवश्य धारण करना चाहिए इससे ना केवल विभिन्न प्रकार के विवादों को सुलझाने में मदद मिलता है, बल्कि यह आपको अनेक पक्षों पर विजय दिलाने की भी क्षमता रखता है। भाई बंधु कुटुंब आदि से भी संबंधों में सुधार आते हैं।

5. 15 मुखी रुद्राक्ष (15 mukhi rudraksha pahanne ke fayde) उन लोगों के लिए भी बहुत ही सहायक सिद्ध होता है, जिन्हें आवश्यकता से अधिक क्रोध आता है, जिनकी प्रवृत्ति क्रोधित एवं उग्र हो रही है। क्रोध ,उन्माद जैसी चीजों से ग्रसित है, तो उन्हें यह सर्वश्रेष्ठ मनका अवश्य धारण करना चाहिए मंगल ग्रह की प्रतिकूलता के कारण जिस भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह आपको प्रभावित कर रही है।

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उन सभी प्रकार के विकारों से उन सभी प्रकार के विकृत घटनाओं से यह मनका निराकरण प्राप्त करने में मदद करता है। विभिन्न प्रकार की आकस्मिक घटने वाली आपदाओं को यह पूरी तरह से नष्ट कर देता है।

6. आध्यात्मिक दृष्टिकोण रखने वाले लोगों के लिए यह साक्षात भगवान पशुपति के द्वारा दिखाया गया एक मार्ग है, जिससे व्यक्ति को अध्यात्म के अनेक चरणों में बिना किसी अवरोध के विकास होता है यह उनको दुर्लभ ज्ञान एवं गुप्त ज्ञान एवं गूढ़ ज्ञान को प्राप्त करने में मदद करता ही है। इसके साथ-साथ उनकी सृजनात्मक शक्ति में वृद्धि करता है उनके धैर्य में वृद्धि करता है।

7. इसे धारण करने वाले व्यक्ति बहुत ही प्रसन्न चित वाले होते हैं, उन्हें जीवन का नैसर्गिक अनुभव की प्राप्ति होती है, जिसे प्राप्त करने के लिए मनुष्य भौतिक चीजों में भटकता रहता है, किंतु एक दिव्य मनके में यह स्वभाविक गुण मौजूद होता है।

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अभिमंत्रित 15 मुखी रुद्राक्ष कहां से प्राप्त करें – 

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