पुखराज रत्न किसे पहनना चाहिए – Pukhraj Ratna Kise Pahanna Chahiye

पुखराज रत्न किसे पहनना चाहिए – Pukhraj Ratna Kise Pahanna Chahiye

 

 पुखराज रत्न किसे पहनना चाहिए – Pukhraj

 Ratna Kise Pahanna Chahiye

पुखराज रत्न (Pukhraj ratna kise dharan chahiye) देखने में बड़ा ही आकर्षक होता है, इसका वर्णन पीला होता है, बिल्कुल सोने के समान, पलाश के फूलों के समान, इसके रंग सुनहरे होते हैंl सूर्य की किरणों के समान इसका रंग होता है, हमारे मन मस्तिष्क को एक सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है, हमारी आंखों को तथा मन को शीतलता प्रदान करता है, पुखराज रत्न गुरु ग्रह बृहस्पति से संबंधित होता है lगुरु ग्रह जिन्हें देवताओं के गुरु कहकर अलंकृत किया जाता है।

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पुखराज रत्न (pukhraj kise dharan karna chahiye) का संयोजक एलुमिनियम फ्लोरिन तथा सिलिकेट्स खनिज का एकीकरण से पुखराज रत्न प्राप्त होता हैl यह मुख्यता ग्रेनाइट चट्टानों का रूपांतरित स्वरूप होता है, तथा कभी-कभी यह है, ज्वालामुखी के पर्वतों की दरारों से भी हमें प्राप्त होता है, हमारे पड़ोसी राज्यों में इसके दोनों किस में प्राप्त होती है सफेद रंग के पुखराज भी तथा पीले रंग के पुखराज भी उपलब्ध होता है, विश्व में कई ऐसे देश है, जहां से या रत्न हमें प्राप्त हो सकता है, जैसे जैप्पेन ब्राजील मेक्सिको रूस श्रीलंका आदि जैसे देशों में इसके खनन के भंडार हैं, ब्राजील तथा बर्मा देश के खदानों से प्राप्त पुखराज रत्न उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले होते हैं।

पुखराज रत्न (pukhraj kise dharan karna chahie) में बहुत से अलौकिक गुणों का भंडार होता है, किंतु आपको इसके ऊर्जा का फल तभी प्राप्त होगाl जब यह पूरी तरह से प्राकृतिक हो क्योंकि प्राकृतिक रूप से उपलब्ध पुखराज रत्न में बहुत सी शक्तियां विद्यमान रहती है, जबकि कृतिम रूप से निर्मित पुखराज रत्न में यह सारी शक्तियां नदारद रहती है, और यदि आपके द्वारा यह धारण भी कर लिया जाए तो आपको कोई भी परिणाम देखने को नहीं मिलता है, क्योंकि कृत्रिम रूप से निर्मित पुखराज रत्न केवल एक कांच का टुकड़ा होता है, तथा विभिन्न प्रकार के तत्व को मिलाकर बनाया जाता है, जो पूरी तरह से उत्कृष्ट पुखराज से भिन्न होता है।

पुखराज रत्न (pukhraj kaise dharan karen) में इतने विशिष्ट गुण पाए जाते हैं, कि सभी की इच्छा होती है, कि पुखराज रत्न को धारण कर उसके गुणों का भरपूर लाभ उठा सके किंतु ऐसा होना शुभ केवल कुछ वर्ग के लोगों के द्वारा ही पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है, तथा उन्हें ही यह अच्छे परिणाम देता है, उनकी कुंडली के अनुसार यदि पुखराज रत्न शुभ हुआ अनुकूल हुआ तभी उनके जीवन में अच्छे परिणाम लेकर आएगाl सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा, तो आइए जानते हैं, किन किन लोगों के द्वारा पुखराज रत्न धारण किया जा सकता है-

1. जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह कम सक्रिय होते हैं, ऐसे में उनके द्वारा यदि पुखराज रत्न (pukhraj kaise dharan karna chahie) धारण किया जाता है, तो उन्हें त्वरित गति से अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं, ज्योति कमी उन्हें रहती है, उन सभी की पूर्ति होने लगती है।

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2. ज्योतिष विज्ञान के अनुसार धनु राशि तथा मीन राशि वालों के स्वामी ग्रह गुरु ग्रह होते हैं, ऐसे में यदि उनके द्वारा पुखराज रत्न (pukhraj ko kaise dharan karna chahie) धारण किया जाता है, तो यह उनके सौभाग्य को बढ़ाता है, तथा उनके कार्य शैली में परिवर्तन लाकर उनके विभिन्न आयामों में सफलता दिलाता है, तथा उनका जीवन खुशियों से भर देता है।

3. जिन जातकों में यह इच्छा होती है, कि उनका भी अपना एक मान सम्मान हो उनकी कृति पूरे विश्व में पहुंचे ऐसे में पुखराज रत्न (pukhraj dharan karne ki vidhi) उनके सारे सपनों को पूरा करता है, यदि उनके द्वारा पुखराज रत्न धारण किया जाता है।

4. बहुत से लोगों को विवाह संबंधित परेशानियां रहती है, की उम्र होने के बावजूद योग्य वर अथवा योग्य वधु नहीं मिल पा रही है, तो ऐसे में पुखराज रत्न (pukhraj kab aur kaise pehne) धारण करने से उनके मन मुताबिक उनका जीवन साथी मिलता है, तथा विवाह पश्चात उसका दांपत्य जीवन भी खुशियों से भरा रहता है।

5. बहुत से ज्योतिषियों का मत होता है, कि मेष कर्क सिंह वृश्चिक धनु एवं मीन लग्न वाले लोगों को पुखराज रत्न (pukhraj kab aur kaise pahne chahie) धारण करने से उनके जीवन में अपार सफलता देखने को मिलती है lउनका जीवन खुशियों से भर जाता है, शायद ही कोई भौतिक वस्तु होगी जिसकी कमी उनके जीवन में रह जाए यह रत्न उनके लिए बहुत सौभाग्यशाली होता है।

6. बहुत से लोगों के द्वारा संतान की प्राप्ति की इच्छा होती है, किंतु वह इस अनमोल चीज से वंचित रह जाते हैं, या कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने संतान पक्ष के व्यवहार से बहुत दुखी रहते हैं, तो ऐसे में पुखराज रत्न (pukhraj ratna kab aur kaise dharan karna chahie) बिल्कुल जादू की तरह काम करता है, तथा आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति करता है, आपके यहां जल्द ही पुत्र रत्न या पुत्री रत्न की प्राप्ति होती है, तथा जिन लोगों के बच्चों का व्यवहार खराब हो चुका है, उनके बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन आने शुरू हो जाते हैं, तथा आप का भी ध्यान धर्म-कर्म में लग जाता है।

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7. शिक्षा से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के द्वारा पुखराज रत्न (Pukhraj Ratna Kise Pahanna Chahiye) धारण किया जाता हैl यह रत्न बहुत से राजनेताओं के द्वारा भी धारण किया जाता है, ताकि वह अपने भाग्य को जगा सके भाग्य में वृद्धि होने के लिए यह रत्न उनके द्वारा धारण किया जाता है, जिससे वह चुनाव आदि में सफलता प्राप्त कर सकें, विभिन्न प्रकार के प्रशासनिक अधिकारियों ,वकीलों, न्यायाधीशों के द्वारा भी पुखराज रत्न धारण किया जाता है, ताकि वह अपना प्रभाव दिखा सकेl उनका वर्चस्व हर जगह बना रहे उनका अपना एक प्रतिष्ठा होl अपना एक पद हो तथा मान सम्मान में वृद्धि हो लोगों का सहयोग उन्हें प्राप्त हो सके।

8. बहुत से व्यापारिक वर्ग के द्वारा पुखराज रत्न (pukhraj ratna kab dharan kare) अपनी व्यापारिक स्थिति को सुधारने के लिए धारण किया जाता है, तथा अपना व्यापार वृद्धि के लिए भी पुखराज रत्न वह लोग धारण करते हैं, ताकि उनका व्यापार विदेशों तक फैले एवं उनकी आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत हो, धन संचित हो तथा उनके जीवन में किसी प्रकार की भी भौतिक सुखों की कमी ना हो।

9. बहुत से लोगों की इच्छा होती है, कि वह प्रशासनिक विभाग में जुड़े तथा अपना नाम उसी क्षेत्र में कमाए, ऐसे में उनके द्वारा पुखराज रत्न (pukhraj ratna pahanne ke fayde)  यदि धारण किया जाता है, तो उनके सफलता प्राप्त करने की दर बढ़ जाती है, बन जाते हैं, तथा अपनी चमक को खो देता है।

 

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9. बहुत से लोगों की इच्छा होती है, कि वह प्रशासनिक विभाग में जुड़े तथा अपना नाम उसी क्षेत्र में कमाए, ऐसे में उनके द्वारा पुखराज रत्न (pukhraj ratna dharan ke fayde)  यदि धारण किया जाता है, तो उनके सफलता प्राप्त करने की दर बढ़ जाती हैlन बन जाते हैं, तथा अपनी चमक को खो देता है।

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10. बहुत से लोगों को इस ग्रह का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है, ऐसी परिस्थिति में उन्हें पुखराज रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है, जिससे वह इसके ऊर्जा को अवशोषित कर अपने कार्यों को संपन्न कर सके, अपनी पठन-पाठन संबंधित समस्याओं का समाधान कर सकें या घर परिवार में किसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, तो उन सभी में उन्हें सफलता प्राप्त हो मान सम्मान में वृद्धि हो ,धन संबंधित विभिन्न प्रकार की परेशानियों का भी खात्मा हो इसलिए भी बहुत से लोग पुखराज रत्न (pukhraj ratna ke fayde) धारण करते हैं।

अभिमंत्रित पुखराज रत्न कहां से प्राप्त करें –

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