सफेद पुखराज कैसे होता है – Safed Pukhraj Kaise Hota Hai

सफेद पुखराज कैसे होता है – Safed Pukhraj Kaise Hota Hai

 

सफेद पुखराज कैसे होता है – Safed Pukhraj

 Kaise Hota Hai

सफेद पुखराज कैसा होता है- (safed pukhraj kaise hota hai in hindi) सफेद पुखराज बिल्कुल पानी के समान निश्चल होता है। यह देखने में पूरी तरह से पारदर्शी होता हैl a का संयोजक एलुमिनियम फ्लोरिन तथा सिलिकेट होता है, इसका वर्ण देखने में बिल्कुल हंस के समान सफेद होता है, किंतु यह हंस के पंखों के समान अपारदर्शी नहीं बल्कि पूरी तरह से पारदर्शी होता है lयही कारण है, कि जब इस पर प्रकाश की किरने गिरती है, तब परावर्तित होकर खूबसूरत रंग बिरंगी आभा में बदल जाती है। आध्यात्मिक गुणों से परिपूर्ण सफेद पुखराज रत्न का ब्रह्मतेज एवं विदुषीता से युक्त शुक्र ग्रह से संबंधित होता है।

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पुखराज रत्न की खासियत होती है, कि जब इसे दूध में डालकर कुछ घंटों के लिए या फिर पूरे 24 घंटे के लिए उससे अधिक घंटों के लिए भी डाल कर छोड़ दिया जाता है, तब भी इसकी चमक कम नहीं होती है, इसके उलट इस की चमक में और अधिक वृद्धि होती है, यह पहले से और अधिक चमकदार हो जाता हैl पुखराज रत्न (safed pukhraj kaise pahchane) में किसी भी प्रकार का धब्बा या जीते देखने को नहीं मिलता है, इसका वजन भी इस प्रकार की तुलना में बहुत अधिक होता है, क्योंकि प्राकृतिक रूप से निर्मित पत्थरों की यह खासियत होती है, कि उनके घनत्व बहुत अधिक होती है, यही कारण है, कि उनकी आकार की तुलना में उनका वजन अधिक होता है, जब इसे आग पर रखा जाता है, तब यह किसी भी प्रकार से दड़कता नहीं है, बल्कि यह और अधिक निखर जाता है, इसकी रंगत और अधिक निखर जाती है।

सफेद पुखराज (white pukhraj kaise hota hai) का उपयोग शुक्र की स्थिति में मजबूती लाने के लिए पहना जाता हैl शुक्र ग्रह का स्वामी रत्न हीरा होता है, किंतु हीरा सफेद पुखराज की तुलना में बहुत महंगा होता हैl यही कारण है, कि जो लोग हीरा धारण करने में खुद को असमर्थ समझते हैंl उनके द्वारा सफेद पुखराज धारण किया जाता है, जिससे शुक्र की कृपा प्राप्त हो सके एवं जीवन में विभिन्न प्रकार के अनुकूल बदलाव आ सकेl हालांकि जिन लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी होती है, वह लोग हीरा पहनना ही ज्यादा पसंद करते हैं। खासकर के महिला वर्ग की तो बात ही कुछ और होती है, शुक्र का संबंध भी महिला वर्ग से ही होता है। यही कारण है, कि महिलाओं का झुकाव हीरा रत्न के प्रति काफी गहरा होता है, एवं उससे संबंधित आभूषण के प्रति भी काफी अधिक झुकाव रहता है।

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इसके साथ साथ हीरा एक खास आर्थिक स्थिति को भी निरूपित करता है, यही वजह है, कि जिन लोगों की आर्थिक स्थिति थोड़ी बहुत भी मजबूत होती है, वे लोग सफेद पुखराज के जगह हीरा रत्न धारण करना ज्यादा पसंद करते हैं, किंतु दोनों हीरा रत्न शुक्र ग्रह की ऊर्जा को समाहित किए हुए रहते हैं, और दोनों को ही धारण करने से जातक को एक समान ही लाभ प्राप्त होते हैंl बस दोनों की कीमत एवं गुणवत्ता में थोड़ा अंतर होता है। सफेद पुखराज (white pukhraj ki pehchan) का संबंध कोरंडम परिवार से होता है, जबकि हीरा बिल्कुल पूरी तरह से कार्बन का शुद्धतम रूप होता है, इसमें किसी भी प्रकार की किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं होती है।

पुखराज रत्न का प्रयोग करने से उपयोगकर्ता के जीवन में निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो सकते हैं-

1. शुक्र ग्रह की अशुभ स्थिति अनेक प्रकार की बाधाएं एवं कष्टप्रद स्थितियां उत्पन्न कर सकता है। जातक के जीवन में हमेशा धन संबंधित चिंताएं लगी रहती है, चाह कर भी वह फिजूलखर्ची जैसी चीजों पर नियंत्रण नहीं ला पाता है, इसके साथ-साथ अचानक से आने वाली व्याधि में भी धन व्यय की अधिकता होती है, जिससे कर्ज जैसी समस्या भी उसे झेलनी पड़ती है, जीवन में पूरी तरह से दरिद्रता का वास हावी होने लगता है। खराब शुक्र होने से मां लक्ष्मी पूरी तरह से पुष्ट हो जाती है, आमदनी ना के बराबर होती है, जातक जिस भी कार्य क्षेत्र में संलग्न होता हैl उसमें उसे काफी मुकाबलों का सामना करना पड़ता है, नौकरी पेशा व्यापार आदि किसी में भी उसे ठीक ढंग से सफलता प्राप्त नहीं होती है।

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ऐसी स्थितियों को दूर करने के लिए शुक्र ग्रह का रत्न सफेद पुखराज (safed pukhraj pehnne ke fayde) धारण किया जाता है, जिससे शुक्र की स्थिति धीरे-धीरे मजबूत होती है जैसे- जैसे शुक्र की स्थिति जातक की जन्म पत्रिका में मजबूत होती है, वैसे- वैसे उसके जीवन में बदलाव आने शुरू हो जाते हैं, तथा मां लक्ष्मी की कृपा उस पर होने लगती है, जिससे उसकी स्थिति में सुधार होने लगता है, धन संबंधित समस्याएं उलझने लगती है, जिस भी कार्य क्षेत्र में रहता हैl वहां उसे सफलता प्राप्त होती है, तथा आगे का मार्ग भी प्रशस्त होता है, आय के नवीनतम स्रोत बढ़ते हैं, जिससे आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे मजबूत होने लगती है, एवं दरिद्रता का नाश होता है, तथा कर्ज जैसी स्थिति से जातक पूरी तरह से मुक्त होता है।

2. पुखराज रत्न को धारण करने से सब भाग्य में वृद्धि होती है, जातक के सौभाग्य को पुखराज रत्न प्रबल बनाता है।

3. सफेद पुखराज रत्न (safed pukhraj dharan karne se kya hota hai) को धारण करने से जातक का जीवन सुख संपत्ति से परिपूर्ण होता है lउसका जीवन सांसारिक एवं भौतिक सुखों से परिपूर्ण रहता है, के जीवन में विलासिता की चीजों की कमी नहीं रहती है lसुख -संसाधनों का कभी भी अभाव नहीं रहता है lवह विभिन्न प्रकार से इन भौतिक सुखों का लाभ उठाता है, तथा जीवन का भरपूर आनंद लेता है।

4. सफेद पुखराज रत्न (safed pukhraj dharan karne ke fayde) को धारण करने से रूप एवं सौंदर्य में निखार आता है, सुंदरता का कारक शुक्र ग्रह को माना जाता है lमजबूत शुक्र जातक के रूप यौवन में काफी निखार लाता है, जिससे उसके मुख मंडल की आभा बहुत ही सुंदर एवं आकर्षक होती है।

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5. सफेद पुखराज रत्न (safed pukhraj kya hota hai) को धारण करने से जातक को समाज में विशिष्ट पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है, इसके साथ-साथ उसकी यश कीर्ति भी बढ़ती हैl यह रत्ना जातक के रचनात्मक गुणों को और अधिक निखारने में और अधिक उत्कृष्ट बनाने में बहुत मदद करता है, जिससे जातक जिस भी कार्य क्षेत्र में संलग्न रहता है, उसे उस क्षेत्र में मान सम्मान यश कृति की प्राप्ति होती है।

6. शुक्र ग्रह स्वयं कलात्मक गुणों का स्वामी होते हैं, यही कारण है, कि मजबूत शुक्र ग्रह होने से जातक के कलात्मक गुणों में और अधिक निपुणता प्राप्त होती है, जिससे वह कला क्षेत्र में हो या चित्रकारी क्षेत्र में हो या रंगमंच के क्षेत्र में हो या लेखन में हो सभी क्षेत्रों में उसे सफलता प्राप्त होती है। मजबूत शुक्र उसे सफलता के उच्चतम शिखर तक ले जाता है, जिसकी कल्पना शायद उसने सपने में भी ना की हो।

7. सफेद पुखराज रत्न (safed pukhraj kya hai) को धारण करने से जातक का खास करके स्त्री वर्ग से संबंध सुधरता है, तथा उसकी वाणी में भी बदलाव आता है, उसके रहन सहन में भी काफी परिवर्तन देखने को मिलता है, जो की पूरी तरह से सकारात्मक होता है।

8. सफेद पुखराज रत्न वैवाहिक जीवन को भी परिपूर्ण बनाने की क्षमता रखता है, तथा जोड़ों में प्रगाढ़ प्रेम व्याप्त करने में भी पुखराज रत्न (safed pukhraj ki jankari) की बहुत बड़ी महत्ता रहती हैl पुखराज रत्न जोड़ों में उचित सामंजस्य बैठाने की क्षमता रखता है, जिससे उनका रिश्ता प्रेम युक्त होता है, विश्वास युक्त होता है, एवं हर चीज से परिपूर्ण रहता है, जिससे उनके जीवन में दांपत्य सुखों की कमी नहीं रहती है।

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